हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष एस के चौहान ने रविंद्र कुमार द्विवेदी के समर्थन की बात पर बड़ा बयान देते हुए कहा बात समर्थन की नही एकीकरण की हुई थी तीस हजारी कोर्ट में एक मामले के सिलसिले में जाने के दौरान हिंदू महासभा के विस्तार को लेकर हुई चर्चा में को लेकर दोनो पक्षों में एकीकरण के लिए सभी गुटों को आमंत्रित करने का विचार किया था कोई स्पष्ट संदेश नही दिया था किसी विशेष गुट के समर्थन का और एकीकरण के बीच में रविंद्र कुमार द्विवेदी जी की के प्रिय मदन लाल गुप्ता को हिंदू महासभा के एकीकरण पर सबसे ज्यादा आपत्ति हुई जिसके चलते मदन लाल गुप्ता ने हिंदू महासभा के कई पदाधिकारियों को गलत भाषा का प्रयोग कर हिंदू महासभा को एक ना होने देना और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मुनेश भगत को निष्कासित करने के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष एस के चौहान पर फर्जी तौर पर केस कर के उन्हे हिंदू महासभा का विस्तार करने से रोकने की मंशा पर पूरा कार्य किया जिसमे उनका साथ देने वाला हिंदू महासभा का एक ऐसा पदाधिकारी भी शामिल है जिसका नाम सार्वजनिक ना करते हुए एस के चौहान ने स्पष्ट किया के वो इस तरह बंद कमरे के समर्थन नही करते हैं दिल्ली प्रदेश सुचारू रूप से चलेगा और आज एस के चौहान अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सूची की घोषणा भी करेंगे जब एकीकरण की बैठक होगी तो सभी को सार्वजनिक तौर पर निमंत्रण भेजा जाएगा ये बैठक एक सामान्य बैठक थी जिसमे मदन लाल गुप्ता ने साबित कर दिया वो हिंदू महासभा का सबसे बड़ा संक्रमण है रही बात रविंद्र कुमार द्विवेदी जी की तो उनसे बैठक कभी भी होती रहती और होती रहेगी उनका सम्मान कल भी था आज भी है लेकिन मदन लाल गुप्ता की वजह से हम किसी कीमत पर भगवा ध्वज को झुकने नही देंगे!