बंगाणा (ऊना)। उपमंडल अंब के तहत आते गांव कटौहड़ कलां महाल बीजापुर में लगभग 36 कनाल सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा संबंधित सरकारी विभाग नहीं छुड़वा पाया है। हालांकि विभागीय निशानदेही में जमीन सरकारी निकली है। इसके बावजूद कब्जा न हटने पर स्थानीय ग्रामीणों में रोष है।
उप प्रधान कटौहड कलां तरसेम लाल, वार्ड पंच कांता देवी, प्रकाश चंद, मिल्खी राम, संदीप कुमार, गुरवचन चंद, सीता राम, अर्जुन कुमार, अजय कुमार, दर्शना देवी, सुजाता देवी, सोमा देवी, निर्मला देवी, रिंपी देवी, सोमा देवी, भावना ने बताया कि पूर्व में कुछ लोगों का अवैध कब्जा होने के बारे में पता चलने पर ग्रामीणों ने एक शिकायत पत्र के माध्यम से तहसीलदार अंब को इस भूमि की निशानदेही करने के बारे में लिखा था।
इस पर तहसीलदार अंब प्रेम धीमान ने कानूनगो और पटवारी को मौके की निशानदेही के बारे में आदेश जारी किए। कानूनगो और पटवारी ने मौके पर जाकर करीब 36 कनाल भूमि की निशानदेही की। ग्रामीणों ने बताया कि निशानदेही में पांच खसरा नंबरों पर सरकारी भूमि पर फसल बीजी हुई निकली।
मौके पर अवैध कब्जाधारकों को हिदायत दी गई कि एक माह के भीतर कब्जा छोड़ दें। इस पर सभी अवैध कब्जाधारियों ने सहमति जताई, लेकिन सहमति पत्र पर एक व्यक्ति ने हस्ताक्षर नहीं किए और न ही मौके पर कोई न्यायालय का आदेश दिखाया गया। ग्रामीणों के अनुसार उक्त व्यक्ति ने कब्जा भी नहीं छोड़ा है। लोगों के आने जाने का रास्ता भी उक्त व्यक्ति द्वारा बंद कर दिया गया है।
ग्रामीणों के अनुसार फील्ड कानूनगो की रिपोर्ट चार जून 2022 को तहसीलदार अंब को पेश की गई, जिस पर तहसीलदार ने नौ जुलाई 2022 को फैसला सुनाया है। बावजूद इसके कब्जा नहीं छोड़ा गया और न ही विभाग इस पर कोई संज्ञान ले रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
मामला ध्यान में है। इस पर जल्द नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-प्रेम धीमान, तहसीलदार अंब
मामले को लेकर कई बार तहसीलदार अंब को उचित कार्रवाई के लिए कहा गया है, परंतु फिर भी अगर अवैध कब्जा नहीं छुड़वाया जा रहा तो इस बारे में फिर बात की जाएगी।