पौष पूर्णिमा के प्रथम स्नान पर्व से पहले माघ मेले की तैयारियों का जायजा लेने बुधवार को लोक निर्माण मंत्री बृजेश सिंह पहुंचे। इस दौरान वह माघ मेला क्षेत्र में चकर्ड प्लेट अव्यवस्थित व टेढ़ी मेढ़ी बिछी देख भड़क गए। उन्होंने अधिकारियों जमकर फटकार लगाई और स्नान पर्व पहले सुधार के निर्देश दिए। मंत्री ने पीडब्लूडी विभाग के अस्थायी कार्यालय में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
मंत्री ने निरीक्षण के दौरान अफसरों से कहा कि पूरी मेला अवधि में चकर्ड प्लेट व्यवस्थित रहें। उन्होंने विभाग के शेष कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए। वहीं कार्यालय के निरीक्षण के दौरान मंत्री ने ड्यूटी रजिस्टर भी देखा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि मेले के समस्त कार्यों को समय से पूरा किया जाए।
मंत्री ने महाकुंभ-2025 से पहले बनाई जाने वाली सड़कों के निर्माण से संबंधित जानकारी भी ली। जमीन अधिग्रहण से संबंधित कार्रवाई को तेजी से पूरा करने के साथ समय से सड़क निर्माण करने के लिए कहा। उन्होंने जनपद में विभाग द्वारा कराए जा रहे पुलों के निर्माण की प्रगति की जानकारी ली। कहा कि जिन पुलों के निर्माण में थोड़ा कार्य शेष रह गया है, उसमें तेजी लाई जाए।
मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से ग्रामीण संपर्क मार्गों के निर्माण की प्रगति जानी। निर्माण कार्यों में शिथिलता मिलने पर नाराजगी भी जताई। कहा कि जहां पर भी 50 प्रतिशत से कम काम हुआ है, उसकी विशेष निगरानी की जाए। इस अवसर पर पीडब्लूडी एवं सेतु निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।
पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा से पूर्व स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। विभाग ने मेला क्षेत्र में 20-20 बेडों के दो सेंट्रल अस्पताल तैयार कर दिए हैं। यहां सभी जरूरी चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। साथ ही अलग-अलग सेक्टरों में 10-10 बेड के 10 स्वास्थ्य केंद्र भी तैयार कराए गए हैं।
कोरोना संक्रमण से माघ मेला को बचाने के लिए कल्पवासियों का कोविड कार्ड बनाया जाएगा। इसमें कल्पवासियों की सभी जानकारियों के साथ ही उनकी मेडिकल हिस्ट्री भी रहेेगी। कोरोना की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए मेला क्षेत्र में बनाए गए सभी 16 द्वार पर 4-4 स्वास्थ्यकर्मी थर्मल स्कैनिंग के लिए तैनात किए जाएंगे। साथ ही घाटों के आस-पास फस्टएड पोस्ट भी तैयार कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने मेला क्षेत्र में कुल 30 एंबुलेंस तैनात की हैं। इनमें दो एडवांस एंबुलेंस हैं। मेला क्षेत्र में 60 चिकित्सकों के साथ कुल 400 स्वास्थ्यकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा अस्पतालों के सैनिटाइजेशन के लिए दो टीमें बनाई गईं हैं।
शौचालय बनाने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होती है। इस बार मेला क्षेत्र में 18500 शौचालय तैयार कराए जा रहे हैं। इसमें 11 हजार शौचालय स्वास्थ्य विभाग ने और साढ़े सात हजार शौचालय विभिन्न संस्थाओं की तरफ से बनवाएं गए हैं। इसके साथ ही पांच हजार डस्टबिन मेला क्षेत्र में रखे गए हैं। सफाई व्यवस्था को व्यवस्थित बनाने के लिए कुल 2 हजार स्वास्थ्य कर्मी भी लगाए गए हैं।
पौष पूर्णिमा स्नान पर्व को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। इससे मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी।
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