अखिल भारत हिन्दू महासभा के नेतृत्व विवाद का सर्वमान्य समाधान न्यायालय से बाहर पारस्परिक सहमति से निकालने के उद्देश्य से हिन्दू महासभा के दो गुटों के राष्ट्रीय अध्यक्षों के मध्य नई दिल्ली के गोल मार्केट स्थित महेश्वर आश्रम मंदिर में संपन्न चर्चा से एकीकरण अभियान दो कदम आगे बढ़ा है । हिन्दू महासभा कार्यकर्ताओं में इस चर्चा से उत्साह और हर्ष का वातावरण अंकुरित हुआ है । 
      लगभग दो दशक से भी अधिक समय से हिन्दू महासभा को अपनी निस्वार्थ सेवाएं दे रहे बाबा नंद किशोर मिश्र और रविंद्र कुमार द्विवेदी की भेंटवार्ता में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता , दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र सिंह राजू पार्चा सहित कुछ अन्य विशिष्ट आमंत्रित उपस्थित हुए । 
      बाबा नंद किशोर मिश्र ने पटियाला हाउस न्यायालय में नेतृत्व विवाद पर स्वामी चक्रपाणि और सुश्री राज्यश्री चौधरी द्वारा दायर दो न्यायिक वाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अभी उन्हे न्यायधीश के समक्ष अपना पक्ष प्रस्तुत करना है । उसके बाद न्यायधीश को निष्पक्ष निर्णय देने में सहजता होगी । 
      भेंटवार्ता में न्यायालय के बाहर एकीकरण के पिछले सभी प्रयासों की विफलताओं को भूलने और विफलता की पिछली कमियों को दूर करते हुए इस प्रयास को जारी रखने पर सहमति बनी । 
     भेंटवार्ता के बाद जारी बयान में यह जानकारी हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने देते हुए बताया कि भेंटवार्ता में दिल्ली उच्च न्यायालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का आदेश प्राप्त करने के लिए रिट पिटिशन दायर करने के विकल्प पर भी चर्चा हुई । बाबा नंद किशोर मिश्र ने पटियाला हाउस न्यायालय में लंबित वाद की दो मार्च को होने वाली सुनवाई तक प्रतीक्षा करने का परामर्श दिया । होली के बाद इस विषय पर पुनः भेंटवार्ता होगी । 
        राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यह भेंटवार्ता लगभग एक घंटा चली । महेश्वर आश्रम में बाबा नंद किशोर मिश्र और अन्य प्रतिनिधियों के मस्तक पर चंदन का तिलक लगा कर और भगवा शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया और बाबा भोले शंकर से सनातन संस्कृति की रक्षा करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की ।