पूंडरी थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर सुभाष ने सड़क हादसे में मौत के मामले में पीड़ित के पक्ष में गवाही देने के नाम पर रिश्वत मांगी थी। मामले में शिकायतकर्ता एडवोकेट राजेंद्र चहल की शिकायत पर विजिलेंस ने केस दर्ज कर लिया।
हरियाणा के कैथल में सडक़ हादसे में हुई मौत के मामले में दर्ज केस में पीड़ित के पक्ष में गवाही देने के नाम पर दस हजार रुपये की रिश्वत लेते पूंडरी थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर सुभाष को न्यायिक परिसर के बाहर से अंबाला विजिलेंस की टीम ने रंगें हाथों दबोचा है। मामले में शिकायतकर्ता एडवोकेट राजेंद्र चहल की शिकायत पर विजिलेंस ने केस दर्ज कर लिया।
शिकायतकर्ता एडवोकेट राजेंद्र चहल ने बताया कि 10 अक्तूबर 2019 को गांव सांघन के नजदीक गांव हरिपुरा निवासी 62 वर्षीय बारूराम की सडक़ हादसे में मौत हो गई थी। वह अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर कैथल से वापस गांव लौट रहा था। इस मामले में सदर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। उस समय मामले में जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर सुभाष था।
इस समय सुभाष पूंडरी थाना में सेवा दे रहा है। इस मामले में गवाही देने के नाम पर सब इंस्पेक्टर सुभाष ने दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। वहीं शिकायतकर्ता ने बताया कि 31 जनवरी को सब इंस्पेक्टर उसके चैंबर में भी आया था और उसे सड़क हादसे में पीड़ित पक्ष से पैसे दिलवाने की बात कह रहा था।
इसकी रिकार्डिंग भी उसके पास है। बार-बार वह इस कार्य के लिए पैसे की डिमांड कर रहा था। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत विजिलेंस में की। बुधवार को विजिलेंस अंबाला की टीम कार्रवाई के लिए कैथल पहुंची। जहां पूर्व निर्धारित योजना के तहत अधिवक्ता राजेंद्र चहल ने आरोपी सब इंस्पेक्टर को न्यायिक परिसर के बाहर दस हजार रुपये की रिश्वत राशि दी।
जिस पर इंस्पेक्टर संदीप कुमार के नेतृत्व में टीम ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट को साथ लेकर एसआई को दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता बलराज चौहान थे।
अंबाला विजिलेंस इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने बताया कि केस में गवाही देने के नाम पर दस हजार रुपये की रिश्वत लेने पर सब इंस्पेक्टर सुभाष को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। न्यायिक परिसर के बाहर से गिरफ्तार किया है। केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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